रायपुर। छत्तीसगढ़ में तीसरे और अंतिम चरण में होने वाले चुनाव के लिए आज प्रचार थम गया। आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दो चुनावी सभाओं को संबोधित किया। चुनाव प्रचार थमने के बाद सीएम साय ने पत्रकारों से कहा कि – छत्तीसगढ़ में भाजपा के चुनावी अभियान का समापन आज हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी के सूरजपुर में एक बड़ी जनसभा में संबोधन के साथ हुआ। तत्पश्चात बरमकेला में एक बड़ी जनसभा को मैंने संबोधित किया। पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा के प्रति लोगों में गजब का उत्साह है और जन-जन के आशीर्वाद से हम प्रदेश की सभी 11 सीटें जीतने जा रहे हैं। अभूतपूर्व समर्थन के लिए जनता-जनार्दन का आभार।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। जिसके अंतर्गत प्रथम दो चरणों में बस्तर, कांकेर, महासमुंद और राजनांदगांव के चुनाव संपन्न हुए। बची हुई 7 सीटों पर मंगलवार 7 मई को चुनाव को संपन्न होगा।
राधिका खेड़ा प्रकरण पर बोले मुख्यमंत्री
कथनी और करनी में फर्क, इसलिए कांग्रेस की हो रही दुर्गति
एकछत्र राज करने वाले आज विलुप्ति की कगार पर
रायपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा के पार्टी से इस्तीफे पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा है कि – पिछले कुछ दिनों से यह खबर चर्चा में है कि राष्ट्रीय स्तर की महिला प्रवक्ता कांग्रेस भवन में अपने लोगों द्वारा अपमानित हुई। उनका रो-रो कर बुरा हाल हो गया और कांग्रेसी नारी न्याय की बात करते हैं। उसके कथनी और करनी में फर्क है। जिसके कारण आज कांग्रेस की दुर्गति हो रही है। देश में 55-60 साल तक एकछत्र राज करने वाले आज विलुप्ति की ओर बढ़ते जा रहे हैं।
गौरतलब है कि राधिका खेड़ा ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं। साथ ही अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूं। उन्होंने कहा कि हां, मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं और मैं अब वही कर रहीं हूं। राधिका ने कहा कि अपने और देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी।
राधिका खेड़ा ने अपने इस्तीफे में लिखा कि हर हिंदू के लिए प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है। रामलला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
राधिका ने लिखा कि मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज्यादा दिए। जहां NSUI से लेकर AICC के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया। आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है, क्योंकि मैं अयोध्या में रामलला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई।