Breaking News : आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान के ठिकानों पर (ED) की टीम ने छापा मारा है. इंडिया टुडे से जुड़े मुनीष पाण्डेय से मिली जानकारी के मुताबिक अमानतुल्लाह खान पर दिल्ली वक्फ बोर्ड के कामकाज में वित्तीय हेराफेरी और अन्य अनियमितताओं के आरोप हैं.
अमानतुल्लाह खान पर अपने पद का दुरुपयोग करने, भ्रष्टाचार, अवैध नियुक्ति, बैंक खातों में वित्तीय गड़बड़ी और भी कई आरोप हैएन्टी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले में उनके खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी. अब ईडी ने इसी FIR के आधार पर AAP विधायक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है. बतादे की जब साल 2022 में ACB ने अमानतुल्लाह खान पर कार्रवाई की थी, तो उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को लेकर आजतक से बातचीत की थी. तब उन्होंने कहा था,
‘CEO वक्फ बोर्ड की शिकायत पर ये सब हो रहा है. कॉन्ट्रैक्ट के लिए नहीं, परमानेंट स्टाफ के लिए नियुक्ति हुई थी. मुझसे पहले 24 लोगों को भर्ती किया गया. सबको मेरिट बेस पर लिया गया. उसी CEO ने इन लोगों को भी रखा, जिसने शिकायत की है. ये 2022 के रिकॉर्ड मांग रहे हैं, जो हमने दे दिए. रिलीफ कमेटी 2020 में बनी, FIR उससे पहले हो गई. ना मैंने किसी केस को प्रभावित किया, ना कुछ गलत किया. मैंने सभी मानदंडों का पालन किया है. मेरे खिलाफ 23-24 FIR हैं.’
अमानतुल्लाह खान का आगे कहना था,
‘मैंने 125 स्थाई कर्मचारियों के लिए प्रस्ताव भेजा था, लेकिन वो मंजूर नहीं हुआ. मुझे उस काम के लिए संविदा कर्मचारियों को काम पर रखना पड़ा, मैंने मानदंडों का पालन किया था.’अमानतुल्लाह खान के मुताबिक भर्ती समिति ने योग्यता के आधार पर लोगों को नियुक्त किया था. इसलिए ये नहीं कहा जा सकता कि उनके रिश्तेदारों को वरीयता दी गई.