Breaking News : एम.ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन ने शासन के समक्ष रखी मांगे, राष्ट्रपति सचिवालय जाने की कही बात …

Breaking News : एम.ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन ने प्रदेश सरकार के सामने अपनी नौ सूत्रीय मांग रखी है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा भाषा के संरक्षण के लिए बनाये गए आयोग का नाम छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग की जगह छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग रखने की मांग शासन से की है।
साथ ही एमए छत्तीसगढ़ी की भर्ती प्रक्रिया को केवल शिक्षकों के रूप में ना करके प्रदेश के अन्य विभागों में भी करने की मांग की है। वही संगठन ने इस मामले को लेकर राष्ट्रपति सचिवालय जाने की बात कही है।

पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय में साल 2013 से एमए छत्तीसगढ़ी का कोर्स चलाया जा रहा है। जिसमे अब तक 600 विद्यार्थी पास आउट हो चुके है। संगठन के अध्यक्ष ऋतुराज साहू का कहना है कि 23 जुलाई को सीएम भूपेश बघेल ने कांकेर में भेंट – मुलाकात कार्यक्रम के दौरान एमए छत्तीसगढ़ी के विद्यार्थियों को स्कूलों में शिक्षकों के रूप में भर्ती करने का वादा किया गया था, जिसके लिए संगठन उनका आभारी है।

उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ी भाषा की जरुरत केवल स्कूलों में ही नहीं, बल्कि कोर्ट, आकाशवाणी, दूरदर्शन, शासकीय अस्पताल और शासकीय संस्थानों सहित प्रदेश के अन्य विभागों में भी है। इस लिए इस भर्ती को केवल स्कूलों तक सिमित ना रखके सभी विभागों में एमए छत्तीसगढ़ी भाषा के विद्यार्थियों की भर्ती करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार से आयोग का नाम भी बदलने की मांग की है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here