Bhopal Metro beginning : लंबे समय से कागजों पर दौड़ने वाली मेट्रो आखिरकार अब पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार हो गई है. जी हाँ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को राजधानी भोपाल मेट्रो रेल ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ करेंगे. ट्रायल रन का शुभारंभ कार्यक्रम सुभाष नगर डिपो में होगा. इस दौरान मेट्रो सुभाष नगर स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन तक जाएगी, साथ ही cm शिवराज खुद भी कोच में सफर करेंगे. वहीं मेट्रो के ट्रायल को लेकर सुभाष नगर स्टेशन से लेकर रानी कमलापति स्टेशन तक खास सजावट की गई है.
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल मेट्रो ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाई. मेट्रो के फाइनल ट्रायल रन के मौके पर उन्होंने कहा कि मध्य विधानसभा से मेट्रो की शुरुआत हो रही है. इसे आगे संभालना है. भोपाल में तांगे से लेकर मेट्रो का सफर तय हुआ. मेट्रो परिवहन की क्रांति है. पिछली सरकार ने गड्ढों वाली सरकार वाला प्रदेश बना दिया था. मेट्रो सुगम और सुलभ, सस्ती,सुंदर, प्रदूषण रहित होगी. मेट्रो से समानता का भाव रहेगा. उन्होंने कहा कि 31 किलोमीटर का ट्रैक बनेगा. 2024 तक पूरी यह तरह से संचालित होगी. भोपाल मेट्रो को मंडीदीप, सीहोर, विदिशा से भी जोड़ेंगे.
इसके बाद सीएम शिवराज ने सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक मेट्रो में सफर किया. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से कहा कि मेरा प्रदेश बदल रहा है. आगे बढ़ रहा है. भोपाल को हमने तांगे से सफर करते देखा है. तांगे से ऑटो, टेंपो, सिटी बस और अब मेट्रो का ट्रायल रन हुआ. हमारा सपना था कि भोपाल में मेट्रो चले. इसके लिए मैं भोपालवासियों को बधाई देता हूं. मेट्रो में सुगम, सुरक्षित, सुविधापूर्ण सफर होगा. हम 31 किलोमीटर तक का सफर तय करेंगे. इसके बाद इस मेट्रो को मंडीदीप, सीहोर, विदिशा और रायसन से भी जोड़ने की योजना बनाएंगे.
इंदौर को भी मिली थी सौगात
30 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर मेट्रो के ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाई थी. इस मौके पर उन्होंने कहा था कि इंदौर मेरे सपनों का शहर है. इंदौर से एक नया दौर प्रारंभ हो रहा है. इंदौर स्मार्ट शहर है. यह हाइटेक सिटी है. अब इंदौर ने टेंपो से लेकर मेट्रो तक का सफर पूरा कर लिया है. मेट्रो मतलब नई परिवहन क्रांति. सीएम शिवराज ने इस मौके पर मेट्रो प्रोजेक्ट एमडी मनीष सिंह को बधाई दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रोजेक्ट बंद कर दिया था. हमारी सरकार वापस आने पर इस प्रोजेक्ट पर युद्ध स्तर पर काम किया. ट्रैक बिछाने का काम 4 महीने में पूरा किया गया. 23 दिन में चार एस्केलेटर लगाए गए. 45 दिन में मेट्रो के कोच बनाए गए.