POLITICAL NEWS : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनितिक सलाहकार विनोद वर्मा ने ईडी पर उनके घर डकैती और लूट करने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर साजिश के तहत सीएम के क्षेत्र में काम करने वाले कांग्रेसियों पर जबरन कार्रवाई करवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने छापेमार कार्रवाई के दौरान ईडी के अधिकारीयों द्वारा बिल और सारे सबूत पेश करने के बावजूद जेवरात और नगदी रकम सीज कर अपने साथ ले जाने का आरोप लगाया है।
ईडी ने बुधवार को मारा था छापा
बुधवार को ईडी ने सीएम भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा और उनके करीबियों के घर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमार कार्रवाई की थी। इस मामले में विनोद वर्मा ने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और ईडी के अधिकारीयों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रेसवार्ता कर बताया कि छापेमारी के दौरान ईडी को जेवरातों के सारे बिल पेश किये गए। साथ ही शादी में गिफ्ट के तौर पर लिफाफे में मिले नगदी 2 लाख 55 हजार रुपये का भी पुख्ता सबूत दिया गया, इसके बावजूद अधिकारीयों ने किसी से फोन में बात करने के बाद जेवर और नगदी सीज कर लिया। वही ईडी के अधिकारीयों से इस बारे में पूछने पर उनके द्वारा कहा गया कि आप तो जानते है, ये सब क्यों हो रहा है।
विनोद वर्मा का बयान
विनोद वर्मा ने कहा कि ईडी अधिकारीयों के इस तरह के बयान से साफ़ पता चलता है कि मोदी और अमित शाह की क्या मंशा है। उन्होंने कहा कि महादेव सट्टा एप मामले में गिरफ्तार पुलिसकर्मी चंद्रभूषण वर्मा के बयान के आधार पर ईडी ने छापेमारी करने की बात कही है, जबकि चंद्रभूषण से मेरा कोई संबंध नहीं है। उनका कहना है कि एक पत्रिका में छपी फर्जी मनोहर कहानी के आधार पर छापेमारी की गई है और उस पत्रिका के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दायर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह पहले ही छत्तीसगढ़ में अपना हार स्वीकार कर चुकी है, जिसे देखते हुए कांग्रेसियों पर लगातार कार्रवाई कर उन्हें कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।