Breaking News : इसरो ने आज यानी 17 अगस्त को चंद्रयान 3 के प्रणोदन मॉड्यूल को लैंडर और रोवर से अलग कर दिया। जिसके चलते अब प्रणोदन मॉड्यूल चंद्रमा की ऑर्बिट में रहकर धरती से आने वाले रेडिएशन्स की स्टडी करेगा और साथ ही लैंडर रोवर 23 अगस्त को चंद्रमा पर लेंड करेंगे। यहां वो 14 दिन तक पानी की खोज के साथ – साथ दूसरे एक्सपरिमेंट भी करेंगे बता दे की इसरो ने कहा है कि प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद अब लैंडर को डीबूस्ट किया जाएगा।
यानी उसकी रफ्तार धीमी की जाएगी और यहां से चंद्रमा की मिनिमम डिस्टेंस 30 किमी रह जाएगी। जानकारी अनुसार सबसे कम दूरी से ही 23 अगस्त को चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश की जाएगी। लैंडर को 30 किमी की ऊंचाई से लैंड कराने तक की यह प्रोसेस बहुत इम्पोर्टेन्ट होगी। लैंडिंग की प्रक्रिया की शुरुआत में चंद्रयान-3 की रफ्तार करीब 1.68 किमी प्रति सेकंड होगी। इसे थ्रस्टर की मदद से कम करते हुए सर्फेस पर सुरक्षित उतारा जाएगा.