SAWAN 2023: सावन का पहला सोमवार , जानें इस दिन को शिवपूजन के लिए क्यों माना जाता है सबसे खास…

SAWAN 2023: शिव पूजन की,आसान और सरल विधि होती है. आज सावन का पहला सोमवार है और अष्टमी भी यह सौभाग्य , समृद्धि देने वाला संयोग होता है. भगवान शिव की पूजा के लिए इस दिन को बहुत खास माना जाता है। शिव महापुराण के अनुसार इसी महीने में भगवान भोलेनाथ शिवजी धरती पर आये थे. धरती को भोलेनाथ का ससुराल भी कहा जाता है। इसी मान्यता के अनुसार कहा जाता है. हर साल सावन में शिवजी आते हैं, इसलिए इस महीने शिव की विशेष पूजा की जाती है।
शिवपुराण के ही मुताबिक इस दिन व्रत और पूजा से हर तरह की परेशानियां दूर होने लगती हैं। इसके साथ ही परिवार में सुख शांति रहती है। महाकाल होने के कारण शिवजी की विशेष पूजा से दुर्घटना और अकाल मृत्यु नहीं होती।
आज शिव जी का वास मां गौरी के पास हुआ था …
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र आज की ग्रह स्थिति के बारे में बताते हैं कि आज चंद्रमा रेवती नक्षत्र में रहेगा। जिससे मातंग नाम का शुभ योग बन रहा है। साथ ही इस दिन अष्टमी तिथि है। जिसके देवता खुद शिव ही हैं, इसलिए इस दिन शिव पूजा का पूरा फल मिलेगा।
ज्योतिष में तिथियों के मुताबिक सात अलग-अलग जगहों पर भगवान शिव का वास माना जाता है। इसी के अनुसार शिव पूजा का फल मिलता है। आज कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रहेगी। जिससे शिवजी का वास देवी गौरी के पास रहेगा। यानी सावन के पहले सोमवार को भगवान शिव, देवी पार्वती के साथ पूजे जाएंगे। ये संयोग सौभाग्य और समृद्धि देने वाला रहेगा। इस तरह तिथि, वार और नक्षत्र के संयोग में की गई शिव पूजा पुण्यदायी रहेगी।
सावन सोमवार की पूजा से श्रद्धालुओं की मनोकामना होती है पूरी,दूर होती है विभिन्न बीमारियां
सावन सोमवार को भगवान शंकर की पूजा से हर तरह की समस्या दूर हो जाती है। इस दिन व्रत या उपवास का फल भी जल्दी ही मिलता है। काशी विद्वत परिषद के महामंत्री डॉ. रामनारायण द्विवेदी का कहना है कि सावन सोमवार पर शिव पूजा और व्रत करने से बीमारियां दूर होने लगती हैं। मनोकामना पूरी होती है। पद-प्रतिष्ठा और उम्र भी बढ़ती है। इस संयोग में किया गया दान कई गुना पुण्य देने वाला होता है। जिससे जाने-अनजाने हुए हर तरह के पाप भी खत्म होते हैं।

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