अहमदाबाद| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अहमदाबाद में भारतीय फिजियोथेरेपिस्ट महासंघ के 60वें राष्ट्रीय सम्मेलन को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया । इस दौरान उन्होंने भूकंप का दंश झेल रहे तुर्किए का जिक्र करते हुए कहा कि, तुर्किए भूकंप जैसी स्थितियों में फिजियोथेरेपिस्ट के साथ वीडियो परामर्श काफी मददगार हो सकता है। तुर्किए में भूकंप जैसी स्थिति में बड़ी संख्या में फिजियोथेरेपिस्ट की जरूरत है और वे मोबाइल फोन के माध्यम से वीडियो परामर्श प्रदान कर सकते है | श्री मोदी ने फिजियोथेरेपिस्ट से कहा कि उन्हें वीडियो परामर्श और टेलीमेडिसिन की दिशा में नए तरीके विकसित करने चाहिए। साथ ही पीएम ने फिजियोथेरेपिस्ट महासंघ को इस संबंध में विचार करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने फिजियोथेरेपिस्ट की सराहना करते हुए कहा कि उन जैसे विशेषज्ञों के नेतृत्व में इंडिया फिट और सुपरहिट रहेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि फिजियोथेरेपिस्ट लोगों को सांत्वना प्रदान करने, आशा जगाने और अरोग्य प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपिस्ट न सिर्फ शारीरिक चोट का इलाज करता है बल्कि रोगी को मनोवैज्ञानिक चुनौतियों से निपटने में भी सहायता प्रदान करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के समय फिजियोथेरेपिस्ट को पेशेवर के रूप में उनकी पहचान दी जा रही है। श्री मोदी ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था में फिजियोथेरेपिस्ट के योगदान को मान्यता दिलाने के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के लिए राष्ट्रीय आयोग कानून बनाया। उन्होंने कहा कि इस कानून से फिजियोथेरेपिस्ट भारत के अलावा विदेशों में भी आसानी से काम कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने फिजियोथेरेपिस्ट को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन नेटवर्क से जोड़ दिया है। इस नेटवर्क के जरिए वे आसानी से रोगियों के लिए उपलब्ध हो सकेंगे। प्रधानमंत्री ने फिट इंडिया और खेलो इंडिया अभियान में फिजियोथेरेपिस्ट के लिए आपार संभावनाओं का भी जिक्र किया।