भाजपा आने वाले दिनों में कौन से आंदोलन करेगी, राज्य सरकार के खिलाफ किन मुद्दों को लोगों तक लेकर जाएगी, मोर्चा की क्या जिम्मेदारी होगी, कौन से नेता आंदोलन का नेतृत्व करेंगे | इन सारे सवालों पर आज धमतरी जिले के गंगरेल बांध के किनारे बने रिसॉर्ट मंथन करेंगे और कार्ययोजना तैयार करेंगे | बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ,सह प्रभारी नितिन नबीन , डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, कोर ग्रुप के सदस्य, तीनों प्रदेश महामंत्री और संभाग प्रभारी मिलाकर 30 सदस्य होंगे । बैठक को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों आमने सामने है | कांग्रेस का आरोप हैं कि जनता के खिलाफ षड्यंत्र रचने वाले ही बंद कमरों में गुप्त बैठक करते हैं | गंगरेल डेम धमतरी में गोपनीय बैठक करने का मकसद क्या है | वही भाजपा का कहना है कि भाजपा की बैठक पर कांग्रेस नेताओं के बयान उनकी निराशा, हताशा और सत्ता खोने के भय को दर्शा रहे हैं ।
कांग्रेस के मुताबिक भाजपा भी अब प्रतिबंधित संगठनों की भांति चोरी छुपे गोपनीय बैठक कर रही है भाजपा को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि गंगरेल डैम के रिसोर्ट में गोपनीय बैठक का एजेंडा क्या है | ऐसा तो नही की आरएसएस और भाजपा मिलकर राजनीतिक महत्वकांक्षा की पूर्ति के लिये छत्तीसगढ़ की शांतधरा को अशांत करने के लिए कोई षड्यंत्र की रणनीति बनाने वाले है | क्योंकि गोपनीय बैठक और गुप्त बैठक जिसमें मीडिया का प्रवेश वर्जित हो जिस के संबंध में मीडिया को जानकारी नहीं दी जा रही है और जनता से दूरी बनाकर जो बैठक की जा रही है ऐसे बैठक सिर्फ षड्यंत्र रचने साजिश करने के लिए किया जाता है जिस प्रकार से कई प्रतिबंधित संगठन करते रहे है। छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास जनसरोकारों के कोई मुद्दा बचा नही है।
भाजपा नेता लगातार झूठ बोलकर गलत बयानी कर सनसनी फैला रहे है। गोपनीय बैठक में भी कोई न कोई नया झूठ प्रचारित करने धार्मिक उन्माद फैलाने रणनीति बनाई जायेगी। इधर प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि धमतरी में होने जा रही भाजपा की बैठक पर कांग्रेस नेताओं के बयान उनकी निराशा, हताशा और सत्ता खोने के भय को दर्शा रहे हैं। कांग्रेस सरकार के खिलाफ जबर्दस्त जन आक्रोश और भाजपा को मिल रहे व्यापक जनसमर्थन से कांग्रेस का दिमाग ठिकाने पर नहीं है। उसके होश उड़ गए हैं। कांग्रेस के नेताओं के पास अब बोलने के लिए कोई विषय नहीं रह गया । अब वह केवल भारतीय जनता पार्टी की सामान्य बैठकों पर टीका टिप्पणी करने लगे हैं।
साफ जाहिर है कि यह लोग जनहित में किसी प्रकार का काम नहीं करते हैं। जनता से इनका कोई सरोकार नहीं है यह राजनीतिक दलों की सामान्य बैठकों पर भी तुच्छ टिप्पणी करते हैं । इससे इनके मानसिक दिवालियापन और जनता के प्रति नकारात्मक विचारों का प्रमाण मिल रहा है। भारतीय जनता पार्टी में बैठक एक प्रक्रिया है जो लगातार होती रहती हैं। कभी रायपुर में होती हैं,कभी कही और। अब यही बाकि रह गया है कि कांग्रेस अपनी तानाशाही सरकार से यह फरमान जारी करवा दे कि राजनीतिक दल परमिशन लेकर सरकार द्वारा तय स्थान पर ही बैठक करेंगे।भाजपा की बैठक को लेकर कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों हो रहा है?