मरवाही – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने महत्वकांक्षी योजना आत्मानंद स्कूल अंग्रेजी माध्यम से भले आदिवासी दूर अंचल क्षेत्र के आर्थिक रूप से कमजोर पिछड़े तबके के बच्चों के भविष्य संवारने में जुटे हैं.लेकिन धरातल पर सुस्त और लचर व्यवस्था के कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह सपना पूरा नहीं होते दिख रहा है।
हम बात कर रहे हैं जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही का सबसे बड़ा स्कूल कहां जाने वाला आत्मानंद स्कूल मरवाही की.जहां 1200 छात्र-छात्राएं अपने भविष्य संवारने में जुटे हुए हैं, लेकिन आत्मानंद स्कूल मरवाही में अव्यवस्था तस्वीरें बदलने का नाम नहीं ले रहा है, स्थानीय पालकों की शिकायत लगातार सामने आ रही है।
दरअसल मरवाही के आत्मानंद स्कूल में अव्यवस्थाओं का आलम जारी है, यहां के स्कूलों में कचरा पड़ा रहता है शौचालय में गंदगी पसरा रहता है, शिक्षक की कमी से छात्र छात्राएं जूझ रहे हैं,वहीं इस मामले पर मरवाही विधायक डॉक्टर के के ध्रुव से सवाल किया तो कहा कि आत्मानंद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है मेरे संज्ञान में बात आया है जो भी अव्यवस्था है निश्चित ही उस कमी को पूरी कर लिया जाएगा.बहरहाल अब देखना यह होगा कि आदिवासी क्षेत्र में अपने सुनहरे भविष्य तलाशने वाले नौनिहालों के अव्यवस्था की तस्वीर कब तक बदल पाती है, यह देखना सुनिश्चित होगा ।